Wednesday , February 1 2023

कानपुर मेट्रो ट्रेन के पहले मुसाफिर होंगे सीएम योगी: ट्रायल रन के दौरान मेट्रो ट्रेन में बैठकर करेंगे निरीक्षण

कानपुर मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन को हरी झंडी दिखाने आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके पहले मुसाफिर भी होेंगे। ट्रायल रन के दौरान आईआईटी से मोतीझील के बीच चलने वाली इस मेट्रो में बैठकर मुख्यमंत्री निरीक्षण करेंगे। किसी और को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। केवल रेलवे की जांच टीम और यूपीएमआरसी के अधिकारी ट्रेन में होंगे।

इस दौरान मुख्यमंत्री को कोचों में उपलब्ध सुविधाएं, प्लेटफार्मों की व्यवस्थाएं भी दिखाई जाएंगी। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) के एमडी कुमार केशव ने बताया कि मुख्यमंत्री डिपो में मेन गेट से अंदर आएंगे। डिपो में ही सभास्थल बनेगा, जिसमें 500 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी। मुख्यमंत्री को मेट्रो ट्रेन में बैठाकर निरीक्षण कराया जाएगा।

ट्रायल रन के दौरान किसी अन्य को ट्रेन में नहीं बैठाया जाएगा। रेलवे संरक्षा आयुक्त मेट्रो ट्रेन का ट्रायल करेंगे। उनकी हरी झंडी मिलने के बाद मेट्रो सेवा आम लोगों के लिए शुरू कर दी जाएगी। बता दें अभी ट्रायल के दौरान टेस्टिंग चल रही है। मुख्यमंत्री की हरी झंडी के बाद ट्रायल रन शुरू होगा। 

संगठन (आरडीएसओ) के निरीक्षण, दूरी और एलीवेटेड ट्रैक के कर्व (मोड़) के आधार पर ट्रेन की स्पीड और एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन पहुंचने का समय निर्धारित होगा। 
एक-दो दिन में दोनों मेट्रो का 90 की स्पीड पर होगा ट्रायल
दूसरी मेट्रो ट्रेन भी ट्रैक पर फर्राटा भरने के लिए तैयार है। फिलहाल मेट्रो डिपो में इसकी टेस्टिंग चल रही है। एक-दो दिन में रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) बनते ही मुख्य ट्रैक पर एक साथ दोनों ट्रेनों की टेस्टिंग होगी। आरएसएस सीएसए के शाक-भाजी केंद्र के पास बन रहा है। अधिकारी के मुताबिक एक-दो दिने में चालू हो जाएगा।

इसके शुरू होते ही ट्रेनों के संचालन के लिए थर्ड रेल (टीसी) के माध्यम से करंट मिलने लगेगा। अभी केस्को से मिल रहे एसी करंट को डीसी में कन्वर्ट कर टेस्टिंग की जा रही है। ट्रेनों को अधिकतम 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया जाएगा। सांवली (गुजरात) कारखाने से दो मेट्रो ट्रेनों को कोच आए हैं। प्रत्येक ट्रेन में तीन-तीन कोच हैं। डेढ़ महीने में ऐसी छह और ट्रेनों के कोच आने हैं। 

 
आईआईटी से मोतीझील का सफर 16 मिनट का
मेट्रो ट्रेन आईआईटी से मोतीझील तक का सफर लगभग 16 मिनट में पूरा करेगी। हर स्टेशन पर ट्रेन का स्टॉपेज 45 सेकंड का होगा। दिव्यांगों के चढ़ने-उतरने के लिए ट्रेन ज्यादा देर तक रोकी जा सकती है। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन में पहुंचने में औसतन एक मिनट लगेगा।

यूपीएमआरसी ने आईआईटी से मोतीझील तक नौ किलोमीटर लंबा एलीवेटेड ट्रैक तैयार किया है। इस रूट पर नौ मेट्रो स्टेशन (आईआईटी, कल्याणपुुर, एसपीएम, विश्वविद्यालय, गुरुदेव, गीता नगर, रावतपुर, हैलट, मोतीझील) बनाए गए हैं। एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन की औसत दूरी एक किलोमीटर है।

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