उत्तराखंड के जखिया के छौंक की महक से कैलिफोर्निया की रसोई भी महक रही है। इसके अलावा हर्षिल की राजमा, टिहरी की तोर, पौड़ी की उड़द और पुरोला की गहथ भी देशभर में उपस्थिति दर्ज करा रही है। यह सब गढ़वाल की एक बेटी के प्रयास से संभव हुआ है।
पहाड़ी उत्पादों को देशभर के शहरों में पहुंचा रहीं प्रियंका नेगी
दिल्ली में पली-बढ़ी पौड़ी गढ़वाल के बैंज्वाड़ी गांव की प्रियंका नेगी पहाड़ी उत्पादों को देशभर के शहरों में पहुंचा रही हैं। इसके लिए प्रियंका ने अक्षय आर्गेनिक्स के नाम से संस्था भी बनाई है।
हर स्थान पर स्थानीय निवासी को दी गई जिम्मेदारी
प्रियंका पहाड़ी उत्पादों को जगह-जगह से एकत्र करवाती हैं। इसके लिए हर स्थान पर स्थानीय निवासी को जिम्मेदारी दी गई है जो सार्वजनिक वाहनों से अपने यहां के उत्पादों को देहरादून भेजते हैं। यहां प्रियंका उन उत्पादों की पैकिंग करती हैं।
ऑनलाइन माध्यम से भेज रहीं पहाड़ की दाल और अन्य उत्पाद
प्रियंका ने बताया कि वह पूरे देश में ऑनलाइन माध्यम से पहाड़ की दाल और अन्य उत्पादों को भेज रही हैं। सोशल मीडिया से जब इस बात की जानकारी कैलिफोर्निया में रह रहे एक दोस्त को मिली तो उन्होंने उनसे उत्तराखंड का जखिया मंगाया। प्रियंका का कहना है कि अब उनकी योजना पहाड़ी उत्पादों को विदेशों में भेजने की है। इसके लिए वह कार्ययोजना तैयार कर रही हैं।
हर्बल टी के लिए अगस्त्यमुनि क्षेत्र के स्थानीय लोगों से संपर्क कर रही हैं प्रियंका
प्रियंका ने यह भी बताया कि रुद्रप्रयाग जनपद के अगस्त्यमुनि क्षेत्र की हर्बल टी के लिए भी स्थानीय लोगों से संपर्क कर रही हैं। प्रियंका नेगी कई मीडिया संस्थानों में काम कर चुकी हैं। अच्छा पैकेज होने के बावजूद उन्होंने नौकरी छोड़ अपना काम शुरू किया है।
उत्तरकाशी है असली गढ़
प्रियंका ने बताया कि उनका असली गढ़ उत्तरकाशी है। अधिकांश उत्पाद उत्तरकाशी से ही आते हैं। जिसमें हर्षिल की राजमा, यमुना घाटी का लाल चावल, पुरोला की गहथ शामिल है। प्रियंका ने कहा कि उत्तरकाशी में पलायन कम हुआ है। यहां गांवों में अब भी लोग खेती को महत्व दे रहे हैं।