नीट सॉल्वर गैंग में कड़ी से कड़ी जुड़ती जा रही है। नीट में सॉल्वर गैंग के जरिए प्रवेश परीक्षा पास कराने वाले एक और गिरोह का वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस ने खुलासा किया है। सॉल्वर गैंग पार्ट-2 के मास्टरमाइंड चंदौली से लघु सिंचाई विभाग का कर्मचारी कन्हैया कुमार और वाराणसी के सुंदरपुर में साइबर कैफे संचालक क्रांति कौशल को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
पिछले सात सालों से इस गैंग को संचालित कर रहे दोनों नीट सॉल्वर गैंग के मास्टरमाइंड नीलेश कुमार पीके के संपर्क में थे। पुलिस के मुताबिक वाराणसी से संचालित इस गैंग के मास्टरमाइंड कन्हैया का नेटवर्क यूपी के कई शहरों सहित देश की राजधानी दिल्ली तक फैला हुआ है।
अन्य परीक्षाओं में भी धांधली उजागर
कन्हैया के पास से कई परीक्षाओं के कैंडिडेट्स के ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स एवं एडमिट कार्ड मिले हैं। दोनों को सारनाथ थाने में दर्ज मुकदमे के आधार गिरफ्तार किया गया। सोमवार को दोनों को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस की पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि अन्य परीक्षाओं में भी यह गिरोह सेंधमारी करता रहा है।
पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने बताया कि कस्टडी रिमांड पर लिए गए नीलेश उर्फ पीके से पूछताछ के दौरान उसके वाराणसी से संबंधित सहयोगियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। जिसके क्रम में आरोपी मिर्जापुर चुनार के बरेठा निवासी कन्हैया लाल सिंह और चंदौली के बबुरी थाना अंतर्गत नरहरपुर निवासी क्रांति कौशल को सिंहपुर बाईपास के पास से सफारी गाड़ी के साथ गिरफ्तार किया गया। कन्हैया चंदौली में लघु सिंचाई विभाग में बोरिंग टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत है जबकि क्रांति कौशल सुंदरपुर चितईपुर में साइबर कैफे चलाता है।
गिरफ्तार अभियुक्त नीट परीक्षा से संबंधित सरगना नीलेश उर्फ पीके से करीब कई वर्षों से लगातार संपर्क में थे। उत्तर प्रदेश की विभिन्न नौकरियों की परीक्षाओं जैसे सहायक शिक्षक, यूपीटेट, यूपीएसआई, एएनएम चिकित्सा विभाग, एसएससी व अन्य कई परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को सॉल्वरों के माध्यम से पास कराने के लिए दिल्ली लखनऊ एवं कानपुर के अपने अलग साथियों के साथ एक समानांतर गैंग चला रहा था।