प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बृहस्पतिवार को प्रदेश के औद्योगिक, आर्थिक और पर्यटन के विकास के लिए मिल का पत्थर साबित होने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर का शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में होने वाले एयरपोर्ट के शिलान्यास का पहला चरण 2023-24 में पूरा होगा। जेवर एयरपोर्ट राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियां और सर्विस सेक्टर का बड़ा केंद्र बनेगा।
1,334 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए 1,334 हेक्टयर (करीब 3,300 एकड़) भूमि का अधिग्रहण किया गया है। ग्लोबल टेंडर के जरिये एटरपोर्ट निर्माण का कार्य स्विट्जरलैंड की ज्यूरिख इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजी को दिया गया है।
चार चरणों में होगा निर्माण
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार चरणों में किया जाएगा। एयरपोर्ट निर्माण में करीब 30 हजार करोड़ रुपये की खर्च होंगे। प्रथम चरण में एयरपोर्ट 2023-24 में शुरू किया जाएगा। इसकी क्षमता प्रतिवर्ष 1 करोड़ 20 लाख यात्रियों की वार्षिक की होगी। दूसरे चरण में 2031 तक एयरपोर्ट की यात्री क्षमता 3 करोड़ की जाएगी। 2036 में इसकी क्षमता पांच करोड़ और 2040 में 7 करोड़ यात्रियों की वार्षिक क्षमता का हो जाएगा।
औद्योगिक गतिविधियां का केंद्र बनेगा
प्रवक्ता ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में अनेक महत्वपूर्ण परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं। इनमें फिल्म सिटी, मेडिकल डिवाइस पार्क, इलेक्ट्रॉनिक सिटी, एपैरल पार्क शामिल है। उत्तर प्रदेश डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का अलीगढ़ नोड भी इस क्षेत्र के निकट है। दादरी में मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स हब तथा बोडाकी में मल्टी-मोडल ट्रांसपोर्ट हब विकसित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में यह क्षेत्र औद्योगिक और सर्विस सेक्टर की गतिविधियों का सबसे बड़ा केन्द्र बनेगा।