बसपा प्रमुख मायावती ने संविधान दिवस के अवसर पर बयान जारी करते हुए कहा कि देश में दलित वर्ग अभी भी अधिकारों से वंचित हैं। खासतौर से नौकरियों में उनकी आरक्षण का कोटा अधूरा है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण लागू किया जाए।
मायावती ने कहा समाजवादी पार्टी से दलित सावधान रहें वह दलितों का विकास नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि देश में गरीबी बढ़ रही है और खासतौर से मध्यम व गरीब लोग बहुत दुखी हैं। केंद्र व राज्य सरकारों को इस पर ध्यान देना चाहिए। दोनों ही इसके प्रति गंभीर नहीं है। मायावती ने कृषि कानूनों पर भी अपनी बात रखी। कहा कि तीन कृषि कानून वापस कर लिए गए हैं जो बहुत उचित कदम है, लेकिन किसानों की अन्य जरूरी मांगों को भी पूरा कर लेना चाहिए ताकि किसान अपने घरों को खुशी-खुशी वापस लौट सकें। मायावती ने कहा कि चूंकि दलितों के विकास पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है इसलिए उन्होंने संविधान दिवस पर होने वाले कार्यक्रम से भी दूरी बनाई है ।
उमाशंकर सिंह को विधानमंडल दल का नेता बनाया
मायावती ने विधायक उमाशंकर सिंह को बसपा दल का नेता बनाने की घोषणा की। दरअसलश्, बृहस्पतिवार को बसपा के विधानमंडल दल नेता गुड्डू जमाली ने बसपा को बाय बाय बोल दिया था।