मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चाधिकारियों को कोविड के ओमिक्रॉन वेरिएंट को लेकर हर स्तर पर सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि निगरानी समितियां, सर्विलांस टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम, डीएम और डीएसओ सक्रिय रहें। वह सोमवार को उच्चाधिकारियों की बैठक में कोविड की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि कोविड के नए वेरिएंट को लेकर लखनऊ समेत सभी जिलों में विदेश से आने वालों की पड़ताल के निर्देश जारी किए गए हैं। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि विदेशों से आने वाले यात्रियों की ट्रेसिंग और कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान गठित की गई विशेषज्ञों की टीम नए वैरिएंट पर नजर बनाए हुए है। ये टीम नए वैरिएंट के लक्षण, प्रभाव और खतरे का आंकलन करेगी।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के सभी एयरपोर्ट पर यात्रियों की निशुल्क आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। किसी भी यात्री की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उस नमूने का जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाएगी।
ओमिक्रॉन वेरिएंट के पीड़ितों के लिए बनेगा आइसोलेशन वार्ड
ओमिक्रॉन वेरिएंट से पीड़ित पाए जाने वालों के लिए आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा। सोमवार को अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने इस बाबत गाइडलाइन जारी कर दी है। इसमें निर्देश दिया गया है कि विदेशों से आने वालों के पॉजिटिव पाए जाने के बाद तत्काल कांटैक्ट ट्रेसिंग की जाएगी और उनके संपर्क वाले हर व्यक्ति की निगरानी की जाएगी।
जिन जिलों में एयरपोर्ट है, वहां अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए अलग से व्यवस्था बनाई जाएगी। सभी जिलों में सीएमओ की ओर से इंटीग्रेटेड कोविड कमांड व कंट्रोल सेंटर को अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की सूची उपलब्ध कराई जाएगी। इन यात्रियों के भारत आगमन के सात दिन तक कॉल करके इनकी स्वास्थ्य की जानकारी ली जाएगी।
अगर किसी में कोरोना के लक्षण पाए गए तो तत्काल उसकी आरटीपीसीआर जांच कराई जाएगी। रिस्क देश की श्रेणी में ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हांगकांग और इजराइल को रखा गया है।