Friday , February 10 2023

Vrindavan News : बांकेबिहारी मंदिर में बड़ा हादसा, मंगला आरती में भीड़ के दबाव में दो श्रद्धालुओं की मौत

सार

Vrindavan News: भीड़ के कारण हुए हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि सात श्रद्धालु घायल हो गए। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर रात 1.55 बजे होने वाली मंगला आरती के लिए हजारों भक्त मंदिर प्रांगण में पहुंच गए थे।

बांके बिहारी मंदिर पर उमड़ी भक्तों की भीड़

बांके बिहारी मंदिर पर उमड़ी भक्तों की भीड़ –

विस्तार

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में होने वाली मंगला आरती के समय उमड़ी भारी भीड़ के दबाव के कारण बड़ा हादसा हो गया। भीड़ के कारण हुए हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि सात घायल बताए गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया है। हादसे के वक्त मंदिर परिसर में जिले के आला अफसर भी मौजूद थे। 

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर बांकेबिहारी मंदिर में रात 1.55 बजे मंगला आरती होती है। यह आयोजन वर्ष में सिर्फ एक बार ही होता है। मंगला आरती के दर्शन के लिए शुक्रवार की रात मंदिर परिसर में हजारों श्रद्धालु पहुंच गए। मंदिर में श्रद्धालुओं की क्षमता से कई गुना अधिक लोग होने के कारण भीड़ का दबाव बढ़ गया।

गेट नंबर एक और चार हुआ हादसा 

इसी दौरान मंदिर के गेट नंबर एक और चार पर भीड़ के दबाव के चलते दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। हादसे में नोएडा सेक्टर 99 निवासी महिला निर्मला देवी पत्नी देव प्रकाश और रुक्मणि बिहार कॉलोनी निवासी और मूल निवासी जबलपुर के राम प्रसाद विश्वकर्मा (65) की मौत हुई है। परिजनों ने शवों को पोस्टमार्टम नहीं कराया। परिजन शनिवार की सुबह शवों को लेकर घर चले गए। 

हादसे के वक्त आला अफसर थे मौजूद 

मंदिर में जिस समय हादसा हुआ उस समय डीएम, एसएसपी , नगर आयुक्त सहित भारी पुलिस बल मौजूद था। हादसा होते ही पुलिस और निजी सुरक्षाकर्मियों ने बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं को मंदिर से निकालना शुरू कर दिया। इस हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं को वृंदावन के राम कृष्ण मिशन, ब्रज हेल्थ केयर और सौ शैय्या अस्पताल भेजा गया। 

हादसों से नहीं लिया सबक

बांकेबिहारी मंदिर में भीड़ के दबाव के चलते पहले भी हादसे हो चुके हैं। होली के दौरान एक महिला श्रद्धालु की मौत हो गई थी। इससे पूर्व फरवरी 2022 में गाजियाबाद निवासी श्रद्धालु की मौत भी भीड़ के दबाव में हुई थी। इन हादसों के बाद भी प्रशासन ने सबक नहीं लिया। जन्माष्टमी के अवसर पर भीड़ नियंत्रण के इंतजाम फेल हो गए।