Khelo India : बुआ को देख मोईन अली ने थामी हॉकी स्टिक, पूर्वांचल यूनिवर्सिटी जौनपुर की टीम से पेश कर रहे चुनौती
लखनऊ : वैसे तो करमपुर गांव में हॉकी खेलने का चलन काफी पुराना है। इस वजह से यहां से निकले कई खिलाड़ियों ने भारतीय हॉकी टीम के क्षितिज पर अपना परचम लहराया है। का सफर तय किया है। इसके अलावा भी यहां कई खिलाड़ी हॉकी की बारीकियां निखार रहे है। ऐसे ही खिलाड़ियों में से एक मोईन अली भी है जो खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2022 उत्तर प्रदेश में अपनी हॉकी का जादू दिखा रहे हैं। मोईन अली यूपी की मेजबानी में आयोजित इन खेलो के अंतर्गत लखनऊ में आयोजित हॉकी के मुकाबलों में पूर्वांचल यूनिवर्सिटी, जौनपुर की टीम से चुनौती पेश कर रहे है और इस टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ने के लिए पसीना बहा रहे है। हालांकि मोईन अली के खून में हॉकी है ये कहना गलत नहीं होगा क्योंकि उनकी बुआ जमीला बानो भी अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी रही है। अपनी बुआ को देखकर उन्होंने हॉकी में अपना भाग्य आजमाना शुरू किया।
मोईन अली लखनऊ आकर काफी खुश है। उन्होंने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स को एक अच्छी पहल बताते हुए कहा कि यह काफी अच्छा है कि यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों के लिए ऐसा उच्चस्तरीय टूर्नामेंट आयोजित हो रहा है। यहां हमारी सुविधा का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है। यहां हमे अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मिल रहे है और इन खेलों के माध्यम से यूनिवर्सिटी से निकलने वाले खिलाड़ियों को एक उचित प्लेटफार्म मिल रहा है। अपनी बुआ जमीला बानो जो इंटरनेशनल प्लेयर है, को देखकर दस साल पहले हॉकी स्टिक पकड़ने वाले 22 साल के फुलबैक पोजीशन पर खेलने वाले मोईन अली का यह दूसरा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स है। उन्होंने यूपी टीम का भी प्रतिनिधित्व किया है जिसने सीनियर नेशनल हॉकी टूर्नामेंट-2021 और जूनियर नेशनल हॉकी टूर्नामेंट-2019 में रजत पदक जीते है। इसके अलावा मोइन आल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स-2021 की कांस्य पदक विजेता पूर्वांचल यूनिवर्सिटी की हॉकी टीम के भी सदस्य रहे है। वो 2019 में आयोजित इंडिया जूनियर कैंप में भी शामिल रहे है। वर्तमान में मोईन अली केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत मऊ में खेलो इंडिया सेंटर में हॉकी कोच है, जहां से स्टाइम्पैड से मिलने वाली राशि से वो अपनी ट्रेनिंग का खर्चा उठाते है और अपने परिवार की आर्थिक जरुरतों को पूरा करने में योगदान करते है।
हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस में खेल कोटे से भर्ती के लिए ट्रायल देने वाले मोईन अली के पिता मोहम्मद रमजान किसान है, और उनकी माता फातिमा बेगम गृहिणी है। उनके पिता के ऊपर 8 लोगों के परिवार के पालन पोषण की जिम्मेदारी है लेकिन फिर भी उन्होंने अपने बेटे को पूरा प्रोत्साहन दिया। इसके अलावा उन्हें अपनी बुआ से भी पूरा सहयोग मिला। मोईन अली ने अपनी शुरुआती ट्रेनिंग करमपुर अकादमी में कोच इंद्रदेव की निगरानी में की है फिर 2014 में उनका चयन गुरु गोविंद सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ में हो गया। इसके बाद वो 2018 से 2020 तक स्पोर्ट्स हास्टल के भी प्रशिक्षु रहे है। मोईन अली का सपना आने वाले समय में भारतीय हॉकी टीम में प्रतिनिधित्व करने का है और वो अपने गांव से ही निकले भारतीय हॉकी टीम के स्टार राजकुमार पाल की राह पर चलकर प्रदेश व देश का नाम रोशन करना चाहते हैं।