उत्तरकाशी : पहाड़ों में लंबे वक्त से बर्फबारी नहीं हुई थी, लेकिन बुधवार सुबह उत्तरकाशी जिले के ऊंचाई क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हुई थी जो गुरुवार को भी जिले के निचले इलाकों में देखने को मिली है। उत्तरकाशी जिले की ऊंचाई वाले इलाकों को लंबे वक्त से अच्छी बर्फबारी का इंतजार था, लेकिन कल से इलाके के लोगों इसका दीदार होने लगा। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी की आशंका जाहिर की थी। पहाड़ों के कुछ ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी भी हुई है। गंगोत्री, भैरव घाटी, कनखू बेरियल, गंगोत्री नेशनल पार्क हर्षिल, सहित उपला टकनोर, दयारा, चौरंगी वहीं यमुघाटी के यमुनोत्री, गीठ पट्टी, हरकीदून, गोविंद नेशनल पार्क, समूचे फातें पर्वत पर बर्फबारी हुई। बर्फबारी के बाद यहां का नजारा बेहद खूबसूरत हो गया है। इसके अलावा जरमौला, सरबडियार, बसराली, सरनौल में भी कुछ हिस्सों में बर्फबारी हुई है।
नैनीताल में वर्ष की पहली बारिश, बर्फबारी की संभावना
नैनीताल : पहाड़ों पर आखिर एक पूरा माह सूखा रहने के बाद नये वर्ष में पहली बार शीतकालीन बारिश हुई। फरवरी के पहले दिन हो रही बारिश से पहाड़ों को सूखी ठंड से निजात के साथ तरावट भी लौट आयी है। इसे मानव स्वास्थ्य के साथ पहाड़ की खेती और बागवानी के लिये बहुत छोटे स्तर पर ही सही राहत देने वाला माना जा रहा है। क्योंकि बारिश बहुत कम मात्रा में हुई है। झील नियंत्रण कक्ष के अनुसार भले रात्रि से ही बारिश शुरू हो गई थी, लेकिन सुबह आठ बजे तक केवल 1 मिमी बारिश ही हुई है जबकि इससे पहले नये वर्ष का पहला जनवरी का महीना पूरी तरह सूखा गया है। इससे पहले भी अक्टूबर 2023 में 13.5, नवंबर में मात्र 1.5 और दिसंबर माह में 13 मिमी यानी ना के बराबर बारिश हुई है।