दून अस्पताल में मरीजों से मिलने के लिए तीमारदारों को कड़ी प्रक्रिया से गुजरना होगा। तीमारदारों को अपनी आरटीपीसीआर नेगेटिव जांच रिपोर्ट लानी होगी।उसके बाद ही मरीजों से वार्डों में मुलाकात करने दी जाएगी। कई मरीजों के रिपोर्ट नेगेटिव होने के बाद दोबारा पॉजिटिव आने के चल चलते अस्पताल प्रबंधन ने यह फैसला लिया है। एमएस डॉक्टर केसी पंत ने सभी एचओडी, नर्सिंग अधीक्षक और इमरजेंसी इंचार्ज को तत्काल यह व्यवस्था बनाने को आदेश भेजा है। अस्पताल में इस वक्त कोरोना के कुछ ही मरीज भर्ती हैं, यहां सामान्य मरीजों को भर्ती एवं उनका ऑपरेशन किया जा रहा है।
प्राचार्य डॉ. आशुतोष स्याना ने बताया कि कई मरीजों के साथ देखने को मिला है कि जब वे वार्ड में भर्ती हो रहे हैं तो उनकी कोरोना जांच नेगेटिव आ रही है। लेकिन जब उनके परिजन बाहर से आते हैं और उनसे मिलते-जुलते हैं उसके बाद उनका टेस्ट कराया जाता है तो रिपोर्ट पॉजिटिव आ जा रही है। इसके चलते कई ऑपरेशन तक टालने पड़ रहे हैं। वहीं मरीजों का इलाज भी इससे प्रभावित होता है। इसीलिए एमएस को यह व्यवस्था बनाने के लिए कहा गया है।