मंदी की मार झेल रहे आर्थिक व्यवस्था दीवाली पर टॉप गेयर में चली। दिल्ली में जहां पांच हजार करोड़ रुपये के व्यापार का अनुमान है तो वहीं सर्राफा बाजार की चांदी ही चांदी रही। पांच सौ टन से अधिक चांदी का कारोबार इस दीपावली हुआ। सोना भी अपनी चमक बिखेरने में पीछे नहीं रहा। दो हजार किलो सोना सिर्फ धनतेरस के मौके पर बिक गया। लिहाजा बाजारों में बढ़ रही भीड़ से व्यापारियों की आंखों में चमक लौट आई है।
पिछले दो सालों में बेहद मंदी की मार झेलने वाले सर्राफा व्यापारियों की मुस्कान धनतेरस पर वापस आ गई। राजधानी के ज्वेलरी बाजार में जमकर खरीदार उमड़े। धनतेरस पर देश भर में लगभग 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई जो लगभग 7.5 हजार करोड़ रुपये है। दिल्ली में भी 1000 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ। यह साबित हो गया कि सोना और चांदी देश में निवेशकों की प्राचीन काल से ही पहली पसंद रहा है। हर कोई अपनी हैसियत से धनतेरस पर सोना-चांदी और बर्तनों की खरीदारी करता है जो रिवाज भी है। चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) का अनुमान है कि दीपावली पर करीब 60 प्रतिशत बिजनेस वापस लौटा। 5000 करोड़ के व्यापार का अनुमान लगाया गया। मार्केट में इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रिकल, मिठाई-नमकीन, ड्राईफ्रूट्स, क्रॉकरी, होम फर्निंशिंग, सजावटी सामान, गिफ्ट आइटम, कपड़े, जूलरी, फुटवियर, ऑटोमोबाइल सेक्टर, फर्नीचर, खिलौने जैसे कई क्षेत्रों में तेजी रही।
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने एक अनुमान के अनुसार बताया कि चांदी के सिक्के और पायल पांच हजार किलो के करीब बिका। 2021 की पहली छमाही में 700 टन सोने का आयात हुआ था। दिल्ली बुलियन एंड एंड ज्वेलर एसोसिएशन के महासचिव प्रेम प्रकाश शर्मा ने कहा कि चांदी ने अपनी चमक खूब बिखेरी और धनतेरत पर खरीदारों का ताता लगा रहा। जहां तक सोने की जूलरी की बात है तो खरीदारी बहुत अधिक नहीं रही।
आभूषणों का व्यापार हुआ जमकर
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल व ऑल इंडिया ज्वेलर्स एवं गोल्ड स्मिथ फेडरेशन ने एक संयुक्त वक्तव्य में बताया कि धनतेरस पर देश भर में लगभग 15 टन सोने के आभूषणों की बिक्री हुई। जो करीब 7.5 हजार करोड़ रुपये का है। दिल्ली में1000 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ तो वहीं महाराष्ट्र में 1500 करोड़, उत्तर प्रदेश में करीब 600 करोड़, दक्षिण भारत में लगभग 2000 करोड़ का स्वर्ण आभूषणों का व्यापार हुआ। व्यापारी देवराज बावेजा के अनुसार सोने-चांदी के सिक्के, नोट, मूर्तियां और बर्तन, सजावटी समान की खरीदारी जमकर हुई। अगले वर्ष शादियों का सीजन में भी व्यापार बढ़ने की उम्मीद है।
यहां हुई जमकर खरीदारी
चांदनी चौक, सदर बाजार, खारी बावली, भागीरथ प्लेस, चावड़ी बाजार, करोल बाग, कनोट प्लेस, लाजपत नगर, सरोजनी नगर, नेहरू प्लेस, कृष्णा नगर, शाहदरा, लक्ष्मी नगर, कमला नगर, राजौरी गार्डन, पीतमपुरा, रोहिणी, मॉडल टाउन, रानी बाग, ग्रेटर कैलाश समेत अन्य बाजारों में अच्छी खासी भीड़ उमड़ रही है।