कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत छज्जापुर निवासिनी एक युवती चाय बनाते समय लगी आग से गंभीर रूप से झुलस गई। उसे बचाने के प्रयास में पिता भी बुरी तरह झुलस गया। दोनों को सीएचसी टांडा ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने युवती को मृत घोषित कर दिया। पुलिस को बिना जानकारी दिए शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
परिवारीजनों के अनुसार अंजू (20) पुत्री लौहट ने शुक्रवार सुबह लगभग नौ बजे चाय बनाने के लिए रसोई गैस चूल्हे का स्विच ऑन कर दिया और लाइटर से जलाने का प्रयास करने लगी। कुछ देर के प्रयास के बाद भी जब लाइटर नहीं जला तो वह माचिस ढूंढने लगी। बताया जाता है कि इस दौरान चूल्हे का स्विच आफ नहीं किया था जिससे रसोई घर में एलपीजी गैस भर गई।
माचिस मिलने पर जैसे ही उसने जलाया, कमरे में गैस भरी होने के चलते आग लग गई जिससे वह भी उसकी चपेट में आ गई। चीखने-चिल्लाने पर मौके पर पहुंचे पिता ने उसे किसी प्रकार बाहर निकाला और आग पर काबू पाया लेकिन तब तक अंजू गंभीर रूप से झुलसकर बेहोश हो चुकी थी। बेटी को बचाने में पिता भी झुलस गया।
परिवारीजनों ने आनन-फानन में दोनों को सीएचसी टांडा ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने युवती को मृत घोषित कर दिया। परिवारीजनों ने पुलिस को सूचित किए बिना ही शव का अंतिम संस्कार कर दिया। उधर, कोतवाल वकील सिंह यादव ने बताया कि उन्हें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं है।