लखनऊ, सेवई के आसपास विनियमित क्षेत्र के गांवों की जमीनों के नक्शे की सुधार की मुकदमा के दौरान ही 2 विस्वा जमीन के बदले 15 विस्वा जमीन पर कब्जा कर लिया जयप्रकाश यादव और नागेंद्र यादव ने जिसकी शिकायत न्यायालय में किया गया है। पुलिस इसे राजस्व का मामला बताकर प्रापर्टी डीलर का साथ दे रही है।
वृंदावन के सन्निकट की ग्राम सभा सेवई के प्रधान श्रीराम रावत का कहना है कि सेवई की गाटा संख्या 744 की रकबा मात्र 2 विस्वा खतौनी में दर्ज है। इस गाटा संख्या का नक्शा बड़ा है। नक्शा बड़ा होने से नक्शे में रकबा 15 विस्वा दर्शाता है जबकि खतौनी में 2 बीसा दर्ज है। यह गाटा सेवई और सरथुआ बार्डर पर स्थित है। जिसे राजस्व टीम अनेको बार पैमाइस किया,लेकिन कुछ हिस्सा खड़ंजे में कुछ सरथुआ बार्डर पर स्थित है। 751 जो सरकारी जमीन है उस पर मिथलेश सिंह और छाया सिंह द्वारा बाउंड्री बनाकर काबिज थे। अब इसे प्रापर्टी डीलर जयप्रकाश यादव और नागेंद्र यादव खरीदा है। पूर्व प्रधान मेढ़ीलाल जो 15 साल सेवई का प्रधान रहे इस गाटा के नाम पर जबरन गाटा संख्या 745,747,748,749और 750 जमुनावती,प्रेमा,रामसागर,रामलाल और ज्ञानचंद की थी। जिसे आवासीय कराकर फौजियों और अद्यापक को बेची थी 3 साल पहले जिसे बाउंड्री बनाकर लोग काबिज थे ।उसे 9 अक्टूबर को प्रापर्टी डीलर द्वारा जबरन तोड़ कर 744 के नाम पर 15 विस्वा जमीन लूटने की कोशिश है। जो अवैध और बड़ा अपराध है।प्रापर्टी डीलर गुंडई के बल पर भय का वातावरण बनाकर दूसरे की जमीन पर कब्जा किया।जिसे गिरफ्तार कर कठोर सजा मिलनी चाहिए।