उत्तर प्रदेश के आगरा में पेट्रोल की घटतौली का मामला सामने आया है। एक युवक ने 200 रुपये का पेट्रोल भरवाया। रसीद भी मिली। परंतु पेट्रोल कम होने का शक हुआ तो उसने पंप से उस दिन की बिक्री का विवरण निकलवाया। विवरण से साफ हो गया कि 90 रुपये का पेट्रोल ही डाला गया। युवक ने पंप मैनेजर से घटतौली की शिकायत की तो वह महीनेभर तक टैंक फुल करने का लालच देने लगा।
घटतौली की शिकायत दर्ज कराई
पीड़ित युवक ने शनिवार को तहसील दिवस में साक्ष्य सहित घटतौली की शिकायत दर्ज कराई। एडीएम सिटी अंजनी कुमार ने बताया कि मामला गंभीर है। जिला पूर्ति अधिकारी को स्वयं जाकर पंप की जांच करने के आदेश दिए हैं। प्रशासनिक स्तर पर अन्य पंप पर घटतौली की जांच भी कराई जाएगी।
यह है पूरा मामला
शहीद नगर निवासी जावेद ने बताया कि 16 नवंबर की रात 10.27 बजे पर मैंने प्रतापपुरा स्थित फ्रेंड्स फिलिंग सेंटर से 200 रुपये का पेट्रोल एक्टिवा में भरवाया था। मशीन से बिल भी मिला, जिसमें 200 रुपये की 95.03 रुपये प्रति लीटर की दर से 2.10 लीटर पेट्रोल की पर्ची दी गई। परंतु एक्टिवा के पेट्रोल मीटर की सुई आगे नहीं बढ़ी तो शक हुआ।
सेल स्टेंटमेंट चैक करने पर खुली पोल
पंप कर्मी को जब पेट्रोल मीटर की सुई आगे नहीं बढ़ने के बारे में बताया तो उसने कहा कि मैंने पूरा पेट्रोल डाल दिया है। पेट्रोल मीटर की सुई से कोई मतलब नहीं। जावेद ने कहा कि इसके बाद मैंने वहीं मौके पर उसका वीडियो भी बना लिया। इस बारे में मैनेजर को बताया तो उसने कंप्यूटर में कस्टमाइज्ड सेल स्टेटमेंट चैक किया। स्टेटमेंट में 16 नवंबर को रात 10.27 मिनट 25 सेकंड पर 90 रुपये के पेट्रोल की बिक्री दर्ज मिली।
जावेद ने कहा कि जो मेरे साथ हुआ वह अन्य लोगों के साथ भी हो सकता है। इसलिए अपना काम छोड़कर यहां (तहसील दिवस पर) शिकायत कराने आया हूं। जावेद ने कहा कि ऐसे पंप को बंद कर देना चाहिए। महंगे पेट्रोल-डीजल से लोग पहले ही परेशान हैं, ऊपर से इस तरह घटतौली के नाम पर लूट हो रही है।
पांच प्रमाण पत्र कराए जारी
संपूर्ण समाधान तहसील दिवस में शनिवार को कुल 104 शिकायतें आईं। जिनमें प्रमाण पत्रों से संबंधित पांच शिकायतों का मौके पर निस्तारण किया गया है। तहसीलदार रजनीश वाजपेयी ने बताया कि दो निर्बल आय वर्ग, दो जाति व एक निवास प्रमाण पत्र जारी कराया है। प्रमाण पत्र पहले से बना रखा था। प्रार्थी को नहीं मिलने के कारण शिकायत की। जिसे तत्काल आवेदक को दिलाया गया है।
दो साल से नहीं बनी नाली
शमसाबाद रोड निवासी इंद्र प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि राजेश्वर मंदिर के सामने गली नंबर एक में दो साल से नाली व सड़क नहीं बनी। तीसरी बार प्रार्थना पत्र दिया है। परंतु तहसील दिवस में शिकायतों पर कोई सुनवाई नहीं होती।
मंदिर में भरा नाली का पानी
देवरैठा नंबर-1 निवासी कुलदीप ने कहा कि देवरैठा में प्राचीन चामुंडा मंदिर है। नाली व सीवर का पानी मंदिर परिसर में भर जाता है। श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हो रही हैं। डेंगू, मलेरिया बीमारी फैलने की आशंका है।
पुलिस की सबसे ज्यादा शिकायतें
पुलिस विभाग- 26
राजस्व विभाग- 22
नगर निगम- 13
आपूर्ति विभाग- 5
विद्युत विभाग- 3
बेसिक शिक्षा- 3
विकास खंड- 3
विकास प्राधिकरण-3
जल निगम- 2
पीडब्ल्यूडी- 1
डूडा- 1