Friday , February 10 2023

मार्च में ही मई-जून वाली गर्मी: वाराणसी में पारा 40 के करीब, सूरज की तपिश कर रही बेहाल

वाराणसी समेत पूर्वांचल के जिलों में मार्च का अंतिम हफ्ता तेज गर्मी के लिए याद रहेगा। तेज धूप से पूरे दिन लोगों के माथे से पसीने छूट रहे हैं। अब आलम यह है कि सुबह की धूप भी आंच की तरह लग रही है।  पिछले कई साल में भी मार्च इतना गर्म नहीं रहा। होली के बाद से जहां दिन में तेज धूप होने की वजह से गर्मी बढ़ गई है वहीं गर्म हवाएं भी चलने लगी हैं।

सूरज की तपिश बेहाल करने में पीछे नहीं रही। सबसे ज्यादा परेशानी साइकिल और मोटरसाइकिल से चलने वालों को हुई। बाइक चलाते समय सामने से आ रही गर्म हवाओं से चेहरा झुलसने का डर बना रहा। दिन में बहुत से लोगों ने मुंह को कपड़े से बांधकर गाड़ी चला रहे हैं तो कुछ लोग हेलमेट लगाने से बचाव करते दिख रहे हैं। 

बरसात की संभावना काफी कम

इन दिनों वाराणसी में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से चार से पांच डिग्री सेल्सियस ऊपर ही रह रहा है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस की तुलना में शनिवार को 39 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि न्यूनतम तापमान 20.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मौसम वैज्ञानिक प्रो. एसएन पांडेय ने बताया कि आने वाले दिनों में भी मौसम ऐसे ही रहेगा। मौसम विभाग की ओर से जारी आंकड़ों व तस्वीरों के अनुसार आसमान साफ है।  मौसम विज्ञानियों का कहना है कि इस दौरान गर्म हवाओं का अंदेशा रहेगा और वातावरण में नमी का अभाव होगा। इसके कारण बादलों की सक्रियता होने के बाद भी बरसात की संभावना काफी कम है। 

अप्रैल में सताएंगे लू के थपेड़े

आने वाले दिनों में और भीषण गर्मी का दौर आएगा। मौसम विभाग की मानें तो पूरा पूर्वांचल भीषण लू की चपेट में रहेगा और तापमान सात से आठ डिग्री और बढ़ने की संभावनाएं हैं। समय से पहले लू के थपेड़े शुरू होने के कारण संभावना जताई जा रही है कि मानसून तय समय से पहले ही दस्तक देगा। इसके पूर्व अप्रैल और मई में गर्मी अपना प्रचंड स्वरूप दिखाएगी।

शरीर में पानी की कमी से बढ़ सकती है परेशानी

बदलते मौसम में चिकित्सक भी लोगों को धूप से बचने और शरीर में पानी की मात्रा कम न होने की सलाह दे रहे हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रमना के प्रभारी डॉ. शिवशक्ति प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि गर्मी में डिहाइड्रेशन का खतरा अधिक रहता है। इससे बचाव के लिए चिकित्सक की सलाह पर पानी पीते रहने की जरूरत है। प्यास लगनेसे होंठ सूखना, थकान और सिर में दर्द, श्वास लेने में दिक्कत होना आदि डिहाइड्रेशन के लक्षण है। बताया कि किसी तरह की समस्या पर बिना चिकित्सकीय सलाह के दवा भी नहीं लेनी चाहिए।