Friday , February 10 2023

Sri Lanka Inflation: पेट्रोल न डीजल, बिजली भी कट, सड़कों पर गुस्साई जनता, राष्ट्रपति के आवास को घेरा

Sri Lanka Inflation । श्रीलंका में आसमान छूती महंगाई के विरोध में जनता सड़क पर उतर गई है और विरोध प्रदर्शन हिंसात्मक हो गया है। यहां श्रीलंका के राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के निजी आवास के बाहर हजारों लोग इकट्ठा हो गए हैं। भीड़ पर काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और यहां तक ​​कि पानी की बौछार भी करनी पड़ी। राजधानी कोलंबो में लगातार स्थिति बेकाबू हो रही है और शुक्रवार सुबह कर्फ्यू लगा दिया गया। धरने के दौरान लोग कई घंटों तक बढ़ती कीमतों और बिजली गुल होने के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। दरअसल श्रीलंका में विदेशी मुद्रा संकट लगातार गहराता जा रहा है। श्रीलंका में एक अधिकारी ने बताया कि देश के दशकों पुराने आर्थिक संकट के विरोध में कोलंबो के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो जाने के बाद शुक्रवार सुबह राजधानी में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

राष्ट्रपति आवास पर प्रदर्शनकारी लगा रहे गोटा गो बैक के नारे

स्थानीय टीवी चैनलों ने जानकारी दी है कि कोलंबो में राष्ट्रपति आवास पर लोग ‘गोटा गो बैक’ के नारे लगा रहे है। डेली मिरर वेबसाइट के अनुसार, भीड़ द्वारा बैरिकेड्स तोड़ने पर पुलिस को आंसू गैस और पानी की बौछार छोड़नी पड़ी। इस दौरान लोग पुलिस पर पथराव कर रहे थे।

श्रीलंका में 19 फीसदी बढ़ी महंगाई

श्रीलंका में मार्च महीने में महंगाई करीब 19 फीसदी बढ़ी है, जो एशिया में सबसे ज्यादा है। सरकार ने देश में बिजली कटौती को बढ़ाकर 13 घंटे प्रतिदिन कर दिया है। देश में पेट्रोल डीजल लगभग पूरी तरह से खत्म हो गया है और सरकार को आयात डॉलर की कमी हो रही है।ऐसे में श्रीलंका के राष्ट्रपति राजपक्षे ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज की मांग की है, वहीं चीन, भारत और बांग्लादेश समेत कई देशों से मदद मांग रहे हैं। श्रीलंका में ब्याज दरें बढ़ाई गई हैं, रुपये का अवमूल्यन किया गया है। बिजली और विदेशी मुद्रा बचाने के लिए स्टॉक ट्रेडिंग के घंटे कम कर दिए गए हैं।

श्रीलंका में व्यापार घाटा दोगुना हुआ

दिसंबर में श्रीलंका का व्यापार घाटा दोगुना होकर 1.1 अरब डॉलर हो गया। फरवरी में देश के पास 2.3 अरब डॉलर का विदेशी भंडार था और उसे जुलाई में 1 अरब डॉलर का बांड भी चुकाना है। विदेशी मुद्रा में लगातार गिरावट के चलते आवश्यक सामान, दवाएं, पेट्रोल और डीजल विदेशों से आयात नहीं किया जा रहा है। श्रीलंका में रसोई गैस और बिजली की कमी के कारण करीब 1,000 बेकरियां ठप हो चुकी है।

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