उत्तर प्रदेश विधानमंडल का वर्षाकालीन सत्र 17 अगस्त से शुरू होगा। इसमें विधानसभा चुनाव से पहले जरूरी खर्चों को पूरा करने के लिए अनुपूरक बजट पास कराया जाएगा। इसके अलावा सत्र में उत्तर प्रदेश जनसंख्या (नियंत्रण, स्थिरीकरण व कल्याण) विधेयक 2021 भी लाया जा सकता है। ऐसा होने पर इस मुद्दे समेत कई अन्य सवालों पर दोनों सदनों में सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच तीखी बहस व हंगामे के आसार हैं।
सोमवार को कैबिनेट बाई सर्कुलेशन संसदीय कार्य विभाग के प्रस्ताव का मंजूरी दे दी गई। सूत्रों के मुताबिक कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सदन में केवल तीन चार दिन ही बैठकें होंगी। माना जा रहा है इस संक्षिप्त सत्र शुरू होने के अगले दिन ही अनुपूरक बजट लाया जाएगा। पहले दिन मंगलवार को विधानसभा के दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और सदन पूरे दिन के लिए स्थगित हो जाएगा।
इसके अलावा सदन में कुछ और महत्वपूर्ण विधेयक पास कराए जाएंगे। अगर राज्य विधि आयोग ने आबादी नियंत्रित करने संबंधी अपनी रिपोर्ट समय से दे दी तो इससे संबंधित विधेयक इसी सत्र में पास करा लिया जाएगा। इसमें दो से अधिक बच्चे वालों को निकाय चुनाव व पंचायत चुनाव लड़ने से वंचित रखने, सरकारी नौकरी की प्रवेश परीक्षा में शामिल होने से वंचित रखने का प्रावधान है। इससे पहले राज्य विधान मण्डल के दोनों सदनों का सत्र इस साल 18 फरवरी से बुलाया गया था और 4 मार्च को खत्म हुआ था। नियम है कि विधान मण्डल के प्रत्येक सदन के एक सत्र की अंतिम बैठक और आगामी सत्र की प्रथम बैठक के लिए नियत तारीख के बीच 6 माह का अन्तर नहीं होगा। इस संवैधानिक व्यवस्था के क्रम में विधान मण्डल का आगामी सत्र दिनांक 4 सितम्बर से पहले बुलाया जाना जरूरी है।