नई दिल्ली: गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद आसाराम से लेकर राधे मां पर एक बार फिर सुर्खियों में आने लगे हैं. जहां आसाराम के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने धीमी सुनवाई को लेकर गुजरात सरकार को फटकार लगाई थी. वहीं अब राधे मां को लेकर विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्य रहे सुरेंद्र मित्तल ने गंभीर आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि राधे मां उन्हें शारीरिक संबंध बनाने के लिए उकसाती थी और ऐसा नहीं करने पर वो अपशब्द बोलती थी. सुरेंद्र मित्तल अब राधे मां के खिलाफ केस दायर करने की तैयारी कर रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरेंद्र मित्तल ने खुलासा किया कि राधे मां उन्हें कई तरीके से उत्तेजित करने की कोशिश करती थी. वो कई बार उन्हें आई लव यू भी बोलती थी. लेकिन बातों में आने की जगह जब सुरेंद्र ने इस सब का विरोध किया तो वो भड़क गई और अपशब्द कहने लगी, जिसके बाद उन्होंने राधे मां के पास जाना बंद कर दिया.
सुरेंद्र की मानें तो ये पूरा मामला दो साल पुराना है, जिसे मीडिया में भी काफी कवरेज मिला था. सुरेंद्र मित्तल के वकील ने मामले में राधे मां को नोटिस भी भेजा था. अब वो राधे मां के खिलाफ अदालत की अवमानना करने का केस दायर कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि हाई कोर्ट इस मामले को संज्ञान में लेते हुए कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे. सुरेंद्र ने कहा कि, झूठी पहचान बनाकर घूम रहे लोग, खास तौर से बाबा और स्वामियों की असलियत को सामने लाना चाहिए.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने कपूरथला जिले के एसएसपी को नोटिस जारी कर पूछा था कि स्वघोषित देवी राधे मां के खिलाफ एक्शन नहीं लिए जाने के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई को अवरुद्ध करने का मामला क्यों नहीं चलाया जाए. जस्टिस दया चौधरी की एकमात्र बेंच ने सुरेंद्र मित्तल की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसएसपी को यह नोटिस भेजा था. अब इस मामले में सुनवाई 13 अक्टूबर को की जाएगी.