भारतीय रेसलर रवि कुमार दहिया ने टोक्यो ओलंपिक में बुधवार को 57 किग्रा के गोल्ड मेडल मुकाबले में जगह बना ली। इस मुकाबले में रवि ने पिछड़ने के बाद कजाखस्तान के नूरइस्लाम सनायेव के खिलाफ हार के कगार पर पहुंच गए थे, लेकिन इसके बाद उन्होंने दमदार वापसी करते हुए आखिरी मिनट में जीत हासिल की। सनायेव जब रवि की हिम्मत नहीं तोड़ पाए, तो उन्होंने आखिरी मिनट में उनके हाथ पर जोर से दांत काट लिया। रवि इस दर्द को सहते रहे और सनायेव को छोड़ा नहीं और अंत में जीत दर्ज करके ही उठे। रवि ने इसके बाद अपना हाथ रेफरी को भी दिखाया। टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इस घटना को लेकर ट्वीट किया है।सहवाग ने ट्विटर पर लिखा, ‘यह कितना गलत है, जब रवि दहिया की हिम्मत नहीं तोड़ पाया तो कजाखस्तान के नूरइस्लाम सनायेव ने यह किया। बहुत ही शर्मनाक लूजर सनायेव। गजब रवि बहुत सीना चौड़ा किया आपने।’ कम से कम सिल्वर मेडल पक्का करके रवि दहिया ने 2012 के लंदन ओलंपिक के फाइनल में पहुंचे रेसलर सुशील कुमार की उपलब्धि की बराबरी कर ली है। रवि अब राइफल निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के 2008 के बीजिंग ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने की उपलब्धि की बराबरी करने से महज एक जीत दूर रह गए हैं। रवि एक समय 2-9 से पीछे चल रहे थे लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं छोड़ी और आखिरी मिनट में डबल लेग अटैक करते हुए सनायेव को दबोचा और उनके कंधे जमीन पर टिकाते हुए उन्हें चित्त कर फाइनल में जगह बना ली।