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घोषित उम्मीदवार से बगावत करने वाले 87 नेताओं को दिखाया बाहर का रास्ता

लखनऊ। भाजपा ने विधानसभा चुनाव में विद्रोही तेवर दिखाने वाले 87 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को यह फैसला किया। इसके बाद छह वर्षों के लिए निष्कासित किए गए ऐसे 87 नेताओं की पार्टी मुख्यालय से सूची जारी कर दी गई। 

कुशीनगर जिले के तमकुहीराज विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने पूर्व विधायक जगदीश मिश्र उर्फ बाल्टी बाबा को टिकट दिया तो यहां से लगातार कई चुनाव लड़कर हारने वाले पूर्व विधायक नंदकिशोर मिश्र और गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष श्रीकांत मिश्रा ने बगावत कर मैदान में ताल ठोंक दी। नंदकिशोर की बगावत का असर यह हुआ कि जगदीश चुनाव हार गए। अब निकाय चुनाव की तैयारी में जुटने से पहले भाजपा ने विधानसभा के बागियों को बाहर करने की मुहिम शुरू कर दी। इसी तरह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैराना से हुकुम सिंह के सांसद बनने के बाद उपचुनाव में भाजपा ने उनके भतीजे अनिल चौहान को मौका दिया लेकिन, पिछले विधानसभा चुनाव में हुकुम की बेटी मृगांका सिंह को मैदान में उतारा तो अनिल ने बगावत का रुख अख्तियार कर लिया। अनिल के चुनाव मैदान में होने से मृगांका चुनाव हार गई। भाजपा ने अनिल को बाहर को रास्ता दिखाया है। बिजनौर के पूर्व विधायक इंद्रदेव सिंह भी भाजपा से बाहर किए गए हैं। पूर्वांचल से लेकर पश्चिम तक ऐसी हरकत करने वाले नेताओं पर अनुशासन का डंडा चला है।

प्रदेश महामंत्री और मुख्यालय प्रभारी विद्यासागर सोनकर ने बताया कि प्रदेश भर से 87 नेताओं और कार्यकर्ताओं को चुनाव लडऩे या प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार करने के आरोप में बाहर किया गया है। सोनकर के मुताबिक रामपुर से कपिलदेव कोरी, मुरादाबाद से वीके सैनी, हरपाल सिंह, दिनेश सैनी, रामप्रसाद प्रजापति, बिजनौर जिले से इन्द्रदेव सिंह, राधा सैनी, लीना सिंघल, एसके वर्मा, बुलन्दशहर सेे शान्ति स्वरूप शर्मा, होशियार सिंह, सहारनपुर सेे आदित्य राणा, बागपत की इन्दु सिंह, विकल शर्मा, आशीष वशिष्ठ, सम्भल सेे उमेश सक्सेना, धीरेन्द्र यादव, फिरोजाबाद के शिवसिंह चक, सुशील चक, संजय चक, हाथरस के चन्द्रशेखर रावल, प्रताप चौधरी , मथुरा के शिवशंकर वर्मा, अलीगढ़ के अतुल गुप्ता, केशव बघेल,  नीरज शर्मा, राजेश भारद्वाज, हेमन्त चौहान, बरेली के एमपी  आर्या, बदायूं के रामसेवक पटेल, शैलेश पाठक, पीलीभीत के प्रवक्ता नन्द, राजरानी, कासगंज के श्याम सुन्दर, गोंडा में श्रीमती प्रतिभा सिंह, महेश नारायण तिवारी, निर्मल श्रीवास्तव, वैभव पाण्डेय, विद्याभूषण द्विवेदी, नीरज मौर्य, रामभजन चौबे, जसवंत लाल सोनकर, बलरामपुर के  अंगद शरण गौतम, अनुराग यादव, राजेश्वर मिश्रा, सीतापुर की कमला रावत, श्यामल लाल रावत, बाराबंकी से जंग बहादुर पटेल, रानी कन्नौजिया, नीलेंद्र बक्शदास, उन्नाव के कृपाशंकर सिंह, लखनऊ से मनोज कुमार गुप्ता, श्रावस्ती के राम अभिलाख, विनोद त्रिपाठी, अम्बेडकरनगर से छोटे पाण्डे, चित्रकूट से दिनेश मिश्रा, औरैया से बादशाह राजपूत, फतेहपुर में आदित्य पाण्डेय, बांदा में रामकरण सिंह उर्फ बच्चन, गाजीपुर में राणा विजय राजभर, श्रीमती ज्योत्सना सिंह, संजय सोनकर, सुल्तानपुर में रेखा निषाद, प्रतापगढ़ में लक्ष्मीनारायण पाण्डेय, प्रमोद मौर्या, अशोक सरोज, भदोही जिले से रामकिशोर बिंद, डॉ. आरके पटेल, मिर्जापुर में राहुल बरनवाल, सोनभद्र में देवेन्द्र शास्त्री, वाराणसी से सुजीत सिंह टीका, महराजगंज से रामाधार दुबे, संतोष सिंह, चन्दन गुप्ता, गिरधारी गुप्ता, सदानन्द उपाध्याय, मऊ से योगेंद्र राय, बलिया जिले से अरविंद राय, श्रीमती केतकी सिंह, आजमगढ से रणविजय सिंह चौहान, रामसूरत राजभर, सिद्धार्थनगर से सरोज शुक्ला, राधारमण त्रिपाठी, कुशीनगर से संजय श्रीवास्तव को छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित किया गया है।