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ईडी ने इन मामलो में किया बड़ा खुलासा, पढ़े पूरी ख़बर

कारोबारी अमित अग्रवाल को लेकर ईडी ने नया खुलासा किया है। इसके अनुसार अमित अग्रवाल ने मनी लाउंड्रिंग और अवैध खनन की जांच सीबीआई व ईडी से कराने से जुड़ी हाईकोर्ट में दायर याचिका को प्रभावित कर जांच रोकने की साजिश रची थी। अमित अग्रवाल ने इसके लिए खुद ही वकील राजीव कुमार को ट्रैप कराया। उसने इसके लिए राजीव के परिचित कारोबारी सोनू अग्रवाल का इस्तेमाल किया। साथ ही उसने कोलकाता पुलिस में अपने संबंधों का इस्तेमाल कर राजीव कुमार को 50 लाख नकदी के साथ गिरफ्तार करवा दिया। ईडी ने रांची के पीएमएलए कोर्ट को दी गई जानकारी में बताया है कि कारोबारी अमित अग्रवाल ने कोलकाता पुलिस में अपने संबंधों का इस्तेमाल कर वैसी जगह एफआईआर दर्ज कराई, जहां न तो उसका आवास है, न दफ्तर। कैसे रची साजिश ईडी ने कोर्ट में जानकारी दी है कि अमित अग्रवाल ने सोनू अग्रवाल के जरिए राजीव कुमार से संपर्क साधा। इसके बाद उसने कोलकाता में पुलिस के पास फर्जी शिकायत की कि अधिवक्ता राजीव कुमार ने याचिका 4290/21 खत्म करने के लिए उससे संपर्क किया। उसने आरोप लगाया कि याचिका खत्म करने के बदले में उससे एक करोड़ घूस मांगी गई है। अमित अग्रवाल ने कोलकाता पुलिस को दी गई शिकायत में बताया था कि सरकारी पदाधिकारी, केंद्रीय एजेंसियों के पदाधिकारी समेत अन्य लोगों को इस केस में मैनेज करने की बात कह राजीव कुमार ने दस करोड़ मांगे थे। लेकिन ईडी ने कोर्ट को बताया कि अबतक किसी सरकारी पदाधिकारी या जांच एजेंसी के पदाधिकारी ने न तो वकील राजीव कुमार से और न ही अमित अग्रवाल से संपर्क किया है। ईडी ने बताया है कि राजीव कुमार ने कारोबारी अमित अग्रवाल से संपर्क नहीं किया था, बल्कि जांच रोकने के मास्टरमाइंड अमित अग्रवाल ने खुद ही उसे प्रलोभन दिया था। 1000 करोड़ के अवैध खनन में रहा है हिस्सेदार ईडी ने कोर्ट को बताया है कि शेल कंपनी के जरिए अमित अग्रवाल ने करोड़ों की मनी लाउंड्रिंग की। उसे डर था कि अगर हाईकोर्ट इस मामले में सीबीआई या ईडी जांच का आदेश देता है तो उसकी परेशानी बढ़ सकती है। ऐसे में उसने वकील की गिरफ्तारी की साजिश रची। जांच में ईडी ने यह भी पाया है कि साहिबगंज में 1000 करोड़ से अधिक के अवैध खनन की राशि के मनी लाउंड्रिंग के तार भी अमित अग्रवाल से जुड़े हैं। प्रोसीड्स ऑफ क्राइम से अर्जित संपत्ति की मनी लाउंड्रिंग अमित अग्रवाल ने प्रेम प्रकाश के साथ मिलकर की। इस मामले में एजेंसियां जांच न करें, इसलिए भी राजीव कुमार की गिरफ्तारी की साजिश रची गई। प्रेम प्रकाश-अमित की सांठगांठ का दावा अवैध खनन के पैसों की मनी लाउंड्रिंग में प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल की संलिप्तता का बड़ा साक्ष्य ईडी को मिला है। ईडी ने अपने आरोप पत्र में बताया है कि इस मामले में जेल जा चुके प्रेम प्रकाश ने अमित अग्रवाल की कंपनी मेसर्स अरोड़ा स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड के खाते में 5.31 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे। हाईकोर्ट में दायर याचिका में भी मेसर्स अरोड़ा स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड का नाम दर्ज था।