बता दें कि नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2016 में गन्ना किसानों की स्वायत्त संस्था वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट (वीएसआई) के एक समारोह के दौरान शरद पवार का जिक्र करते हुए कहा था कि जब मैंने राजनीति में कदम रखा था तब शरद पवार ने मेरी मदद की थी।
शिवसेना ने यह भी कहा कि 2002 के गुजरात दंगों के बाद जब भाजपा मोदी को गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटाने पर विचार कर रही थी, उस वक्त ठाकरे ने मोदी का साथ दिया था। पार्टी ने यह टिप्पणी ऐसे समय में की जब मुंबई के नगर निकाय चुनावों में भाजपा के साथ उसके गठबंधन की संभावनाएं धूमिल पड़ गई हैं।
यह टिप्पणी दिवंगत नेता की 91वीं जयंती के दिन की गई। वहीं मोदी ने ठाकरे को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह साहस के पर्याय थे और वे अनेक लोगों की आकांक्षाओं की आवाज बनकर उभरे थे।